‘मेरा और ज्योति का कुर्सी पर बैठना भी गुनाह हो गया है, पता नहीं मैं कहां आकर फंस गया हूं.’ ये शब्द हैं महोबा जिले के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे का जी हां, वही मनीष दुबे जिनका नाम आलोक मौर्या की पत्नी एसडीएम ज्योति मौर्या के साथ जोड़ा जा रहा है.
आलोक का कहना है कि एसडीएम बनते ही ज्योति ने उन्हें छोड़ दिया और मनीष दुबे के साथ रिलेशन में आ गईं. अब मनीष दुबे ने इस बात पर अब प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि “मैं एक सॉफ्वेयर इंजीनियर था, अच्छी नौकरी करता था, लेकिन अब लगता है कि पता नहीं कहा आकर फंस गया हूं. आलोक कहता है कि उसने ज्योति को पढ़ाया है, लोग भी यही बोल रहे हैं, जबकि पढ़ाने-लिखाने का मतलब होता है कि किसी को बचपन से पढ़ाया लिखाया जाए. जिस पोस्ट पर हम बैठे हैं, क्या सच में कोई हमें बना सकता है? “