हनी ट्रैप में फंसा भारत का विज्ञानिक

हनी ट्रैप में फंसा भारत का विज्ञानिक और लीक की डिफेंस के संवेदनशील हथियारों की जानकारियां
पाकिस्तानी खुफ़िया संगठन (PIO) को भारत के हथियारों की जानकारी देने वाला हुआ बेनकाब….
पाकिस्तान को भारत से कौन देता था जानकारियां ये बहुत बड़ा सवाल? आखिर पाकिस्तान तक कैसे पहुंची भारत के हथियारों की जानकारी महाराष्ट्र ATS की चार्जशीट से हुआ बड़ा खुलासा 1800 पन्नों की चार्जशीट ने डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर के कारनामों को देश के सामने ला कर रख दिया.

जी हां बेनकाब हुआ रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन का वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर जो पाकिस्तान को देता था .भारतीय मिसाइलों की खुफिया जानकारी.

देश की सुरक्षा में सेंध मारी करने वाला पाकिस्तान जिसके पास भारत देश के ब्रह्मोस और अग्नि 6 मिसाइल लॉन्चर, सर्फ़ेस टू एयर मिसाइल, एंटी-सैटेलाइट मिसाइल, रुस्तम डीआरडीओ , मेंटर मिसाइल, रफेल ,एके सिस्टम , आस्ट्रा मिसाइल ये एयर टू एयर मिसाइल है.और डिफ़ेंस ड्रोन्स से जुड़ी तकनीकी जानकारियां पहुंच चुकी है.

ये सारा खुलसा महाराष्ट्र ATS ने अपने चार्जशीट के द्वारा किया कि कुरुलकर ने कुछ सॉफ़्टवेयर अपने फ़ोन में डाउनलोड किया था. जिसमें मैलवेयर था और पाकिस्तानी खुफ़िया संगठन (PIO) ने उस सॉफ़्टवेयर की सहायता से उसके फ़ोन का उपयोग कर रहे थे जिसके द्वारा संवेदनशील जानकारीयां उन्हे प्राप्त हो रही थी.इस चार्जशीट में कई गंभीर बातों का ज़िक्र किया गया है, जिसमें बताया गया है कि कई तरह की डिफेंस से जुड़ी तकनीक की जानकारी लीक की गई है.

ATS ने जांच के दौरान दो ऐसी महिलाओं का भी बयान दर्ज किया जिसके साथ कुरुलकर के कथित तौर से संबंध थे, उनमें से एक DRDO की पुणे कार्यालय की वेंडर थी. कुरुलकर उस कार्यालय के हेड थे. ATS सूत्रों ने बताया कि महिलाओं का बयान इसलिए दर्ज किया गया ताकि यह साबित किया जा सके की कुरुलकर का महिलाओं के प्रति खिंचाव था और इसी वजह से उन्हें हनी ट्रैप में फंसा लिया गया जिसके बाद उन्होंने पाकिस्तानी जासूस महिला से कई संवेदनशील जानकारी साझा की

एक अधिकारी ने बताया की चार्जशीट में रक्षा परियोजनाओं से संबंधित बहुत ही संवेदनशील जानकारी भी जोड़ी गई है, जिसमें उनके परीक्षण, डिज़ाइन से संबंधित जानकारी है. जिसने कंपोज़िशन ऑफ़ मटेरियल यूज्ड इन डिफ़ेंस प्रोजेक्ट, एक पावर पॉइंट प्रेज़ेंटेशन, जिसे गुजरात के एक डिफ़ेंस के इंवेंट में दिखाया गया था, आकाश लॉन्चर की जानकारी, नेशनल एरोस्पेस लेबोरेटरीज के पास क्या कुछ है, VTOL एनोनामस एरियल वेहिकल सिस्टम का समावेश है. चार्जशीट के अनुसार, पाकिस्तानी जासूस जारा दास गुप्ता कुरुलकर से जुड़े परियोजनाओं से संबंधित लिंक भेजा करती थी, और उसके बाद कुरुलकर उसके साथ उन परियोजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करते थे। ये सारी चीज़ें ATS को कुरुलकर के निजी फोन से मिली. अधिकारी ने आगे बताया कि वो अभी यह नहीं कह सकते कि यह सारी जानकारी कुरुलकर ने पाकिस्तानी महिला को दी होगी पर इस तरह से सीक्रेट जानकारी अपने फ़ोन में रखना ऑफ़िशियल सीक्रेट एक्ट का वायलेशन है।

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